गाजर के फायदे - उपयोग- नुकसान - औषधीय गुण
जीवन जीने के लिये, शरीर का स्वस्थ होना बहुत जरुरी है. स्वस्थ रहने के लिये, शरीर मे हर चीज की मात्रा या संतुलन होना, बहुत आवश्यक है. जीवन की हर एक वस्तु बहुत उपयोगी होती है परन्तु , एक संस्कृत की कहावत है बहुत पुरानी, अति सर्वत्र वर्जयेत् अर्थात् किसी भी चीज़ की अति, नुकसानदायक होती है. शरीर को स्वस्थ रखने के लिये, फल-सब्जिया बहुत ही उपयोगी सिद्ध हुई परन्तु, वो भी एक सीमित मात्रा मे, ही लेना चाहिये .
गाजर बहुत ही उपयोगी, सब्जियों मे से एक है . जो पहले के समय मे, विशेष रूप से सर्दियों के मौसम मे, मिलती है पर बदलते समय के साथ, अब बारहमासी सब्जीयों मे से एक हो गई है
गाजर का हलवा भी बहुत लाभकारी होता है. गाजर अपने आप मे, बहुगुणी सब्जी है जो, शरीर के कई अंगो के लिये फायदेमंद साबित हुई है . इसी के साथ गाजर कई बीमारियों मे, रामबाण औषधि के रूप मे, भी साबित हुई है
स्वास्थ्य विशेषज्ञों की माने तो गाजर स्वास्थ्य के लिए सर्वोत्तम आहार में से एक है। गाजर अनेक पौष्टिक गुणों से भरपूर है। इसमें विटामिन ए, सी, के और बी8, पैंटोथेनिक एसिड, फोलेट, पोटेशियम, लौह, तांबा और मैंगनीज जैसे और भी खनिज व विटामिन्स निहित है। गाजर को जो स्वास्थ्य के लिए अत्यंत उपयोगी बनाता है वो है इसमें उच्च मात्रा में मौजूद - फाइबर और बीटा-कैरोटीन। और अच्छी बात तो यह है कि गाजर पुरे वर्ष बाजार में आसानी से उपलब्ध होती है।
गाजर के फायदे एवम उपयोग
गाजर का कैलोरी चार्ट
भागमभाग की इस दुनिया मे, हर व्यक्ति कही ना कही, एक कैलकुलेशन लेकर चलता है जोकि, शरीर के लिये भी बहुत जरुरी है . डॉक्टर भी सबसे पहले कैलोरी चार्ट बना कर देते है जिससे, शारीरिक संतुलन बराबर चले . किसी भी चीज़ की ना तो कमी हो, ना ही अति हो . उसी तरह गाजर का कैलोरी चार्ट, नीचे दिया गया है .
गाजर की मात्रा : 100 ग्राम
नुट्रीशियन | अमाउंट | |
बेसिक कंपोनेंट्स | ||
प्रोटीन | .10 gm | |
वाटर | 4.7gm | |
कैलोरीज | ||
टोटल कैलोरीज | 40 | |
कार्बोहाइड्रेट | ||
टोटल कार्बोहाइड्रेट | 12 g | |
शुगर | 4.5 g | |
फैट एंड फैटी एसिड्स | ||
टोटल फैट | 49g | |
विटामिन्स | ||
विटामिन्स A | 330% | |
विटामिन्स C | 10% | |
विटामिन्स B6 | 6% | |
मिनरल्स | ||
कैल्शियम | 5% | |
आयरन | 2% | |
मैग्नीशियम | 5% | |
फॉस्फोरस | 1% |
गाजर के दो वर्ग होते है – एशियाई और यूरोपियन। गाजर का रंग गुलाबी और बैंगनी होता है। बैंगनी गाजर को जिस समय छीला जाता है, उस समय उसका रंग हाथों पर उतर आता है। बैंगनी रंग की गाजर को ही भारतीय माना जाता है। यह गाजर आकार में छोटी व बड़ी दोनों ही प्रकार की होती है। पीले और गुलाबी रंग की गाजर की क़िस्में विदेशी होती हैं। विदेशी गाजरों का आकार छोटा होता है।
- पूसा केसर- इस क़िस्म का विकास भारतीय कृषि ने किया है। यह गाजर रंग में केसरिया होती है। इसमें देशी और विदेशी दोनों ही क़िस्मों के दोनों ही गुण होते हैं, क्योंकि इसका विकल्प इन दोनों किस्मों के मेलजोल से उत्पन्न किया गया है।
- हाफ़ लौंग नैण्टेज और कोर लैंस– गाजर की ये क़िस्में यूरोपियन हैं। ये आकार में ठूंठदार, बेलनाकार, स्वाद में मीठी तथा रंग में नारंगी होती हैं। भारत में इसका प्रचलन बहुत अधिक है।
- कैनटैनी- इस क़िस्म की गाजर का नीचे वाला भाग गोल होता है, यह सामान्य क़िस्मों से कुछ भिन्न होती है। इसका रंग गहरा नारंगी होता है |
गाजर के फायदे और इसकी रोगों से लड़ने की शक्ति
- लगातार उम्र बढ़ने से शरीर कमजोर होता जाता है। इस कमजोरी की पूर्ति गाजर से हो जाती है जिसके कारण रोग अपने आप ही दूर हो जाते हैं। गाजर के रस या जूस से रक्त में बढ़ोतरी होती हैं |
- गाजर का रस पीने से पाचन तन्त्र मजबूत होता है। गाजर के गूदे के बीच में सख्त लम्बी लकड़ी होती है, इसमें बीटा-कैरोटिन नामक औषधीय तत्व पाया जाता है। यह कैंसर नियंत्रण करने में उपयोगी है।
- कच्ची गाजर चबाकर खाने से सबसे ज्यादा लाभ होता है। गाजर की पत्तियों में गाजर से 6 गुना अधिक आयरन होता है।
- अगर कोई लम्बी बीमारी से बाहर निकला है तो उसके शरीर में कई प्रकार के विटामिन की कमी हो जाती है उसकी क्षतिपूर्ति करने में गाजर का जूस बहुत ही प्रभावकारी है। इससे रोगी चुस्त, ताजगी से भरपूर और शक्तिशाली बनता है।
- गाजर कई रंग की होती है। सभी प्रकार की गाजरों के गुण समान होते हैं। काली गाजर में आयरन अधिक होने से यह सबसे अच्छी होती है। पतली और छोटी गाजर स्वादिष्ट, पौष्टिक और गुणों से भरपूर होती है।
गाजर के रस के लाभ
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गाजर के रस के लाभगाजर के फायदे आँखों के लिए - Carrots for Eyes
गाजर के सबसे उत्तम स्वास्थ्य गुणों में से एक है- स्वस्थ दृष्टि। गाजर में विटामिन ए की उच्च मात्रा पाई जाती है जिसका आँखों के स्वास्थ्य से सीधा एवं सकरात्मक संबंध है। इसके अलावा, गाजर में उपस्थित बीटा कैरोटीन मोतियाबिंद और उम्र से संबंधित मोतियाबिंद के खिलाफ आँखों को रक्षा करता है।तो आज ही से गाजर खाना आरम्भ करें और अपने आँख के स्वास्थ्य में सकारात्मक प्रभाव महसूस करें।
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गाजर के रस के फायदे करें कैंसर के खतरे को कम - Gajar for Cancer in Hindi
गाजर के कैंसर-विरोधी गुण इसके स्वास्थ्य लाभ की अन्य उपलब्धि है। गाजर में उच्च मात्रा में निहित कैरोटिनॉइड (carotenoid) एंटी-ऑक्सीडेंट शक्तियों से भरपूर है जो शरीर को फ्री-रेडिकल क्षति से बचाता है और शरीर की इम्युनिटी को बढ़ावा दे उसे बिमारियों से लड़ने की क्षमता प्रदान करता है।
अनुशंधानों में यह साबित किया गया है कि गाजर में उपस्थित फायटोनुट्रिएंट्स और अन्य घटक कैंसर के विकास को बाधित करने में सक्षम हैं। ज्यादातर अध्ययनों के अनुसार गाजर के रस का एक -डेढ़ कप कुछ हफ्तों के लिए दैनिक रूप से पीने से कैंसर पर महत्वपूर्ण सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसके अलावा, गाजर का नियमित सेवन फेफड़ों, कोलोरेक्टल और प्रोस्टेट कैंसर के खतरे को कम करने में भी उपयोगी है। -
गाजर के लाभ रखें ब्लड-प्रेशर को सामान्य - Carrot for High Blood Pressure
गाजर दिल और ब्लड प्रेशर के रोगियों के लिए अत्यंत फायदेमंद है। यह बीटा-कैरोटीन, अल्फा-कैरोटीन और लुटेइन से भरपूर है, जो काफी अच्छे एंटीऑक्सीडेंट हैं और कोलेस्ट्रॉल का विरोध करने में और दिल का दौरा पड़ने के खतरे को कम करने में भी मददगार हैं।
इसके अलावा, गाजर में पोटेशियम आपके रक्त वाहिकाओं और धमनियों को शिथिल कर रक्त-प्रवाह और परिसंचरण को बढ़ाता है जिससे हृदय प्रणाली पर कम तनाव पड़ता है।
तो अगली बार जब भी आपको तनाव महसूस हों और आपका ब्लड-प्रेशर बढ़ने लगे तो फटाफट एक गाजर का सेवन करे। -
गाजर खाने के फायदे लाएं मौखिक स्वास्थ्य में सुधार - Carrots for Oral Health
गाजर आपके मौखिक स्वास्थ्य के लिए बहुत ही फायदेमंद है। इस स्वास्थ्य-वर्धक एवं स्वादिष्ट सब्ज़ी को चबाकर कर खाने से दाँत की मैल एवं उसमें फसे भोजन के कण दूर हो जाते हैं जो आपके दांत व मसूड़ों को साफ रखने में मदद करते हैं।
इसके अलावा, गाजर सलाइवा (लार) के उत्पादन को उत्तेजित करते हैं और स्वाभाविक रूप से क्षारीय होने की वजह से मुंह में एसिड के प्रभाव को संतुलित करते हैं। इसका क्षारीय प्रभाव मुंह में बैक्टीरिया के विकास पर भी रोक लगाता है जो कैविटी, मुंह से दुर्गंध और अन्य मौखिक स्वास्थ्य समस्याओं को दूर रखता है।
गाजर विटामिन सी का भी एक प्रचुर स्रोत है जो योजी-तंतु (connective tissues), दांत व मसूड़े के स्वास्थ्य को सुनिश्चित करता है।
तो सालों-साल अपने दांत व मसूड़ों को स्वस्थ रखने के लिए गाजर को मजे से चबा-चबा कर खाएं। -
गाजर के गुण बचाएं दिल की बीमारियों से - Gajar ke Fayde for Heart
हार्वर्ड विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों द्वारा किए गए शोध के अनुसार, जो लोग रोज़ाना गाजर का सेवन करते हैं उनमें 68 प्रतिशत तक स्ट्रोक से ग्रस्त होने की संभावना कम हो जाती है।
इसके अतिरिक्त, दैनिक रूप से एक गाजर खाने से 68 प्रतिशत तक दिल के दौरे के खतरे को कम किया जा सकता है जिसका श्रेय गाजर में मौजूद बीटा कैरोटीन के उच्च स्तर को जाता है।
स्ट्रोक के होने के खतरा को कम करने के लिए, कम से कम पांच बार एक हफ्ते में गाजर खाना शुरू कर दें। -
गाजर खाने के लाभ निखारें त्वचा को - Carrot for Skin
एंटी-ऑक्सीडेंट और विटामिन ए का एक प्रचुर स्रोत होने की वजह से गाजर आपके त्वचा के निखार और स्वास्थ्य के लिए भी बहुत उपयोगी है। गाजर सूर्य की हानिकारक अल्ट्रावायलेट किरणों से त्वचा की रक्षा करती है और क्षतिग्रस्त त्वचा के ऊतकों के सुधार में भी मदद करती है।गर्मियों में गाजर का रस पीने से, गाजर त्वचा के लिए एक शक्तिशाली प्राकृतिक सूर्य ब्लॉक के रूप में कार्य करती है। यह त्वचा को नम रखती है और मुँहासे, रंजकता (pigmentation), धब्बे और असमान त्वचा टोन से त्वचा का बचाव करती है।
इसके अलावा, गाजर त्वचा को स्वस्थ, चमकदार और जीवंत रखने के लिए भी उपयोगी है। त्वचा को एक नया निखार देने के लिए, आप गाजर से चेहरे के लिए एक सरल और आसान सा मास्क बना सकते हैं। थोड़े से शहद में दो बड़े चम्मच कसे हुए गाजर को मिक्स करें और चेहरे और गर्दन के क्षेत्र पर लगाएं। मास्क के अच्छी तरह से सूखने पर इसे गर्म पानी से अच्छे से धो लें। -
गाजर से लाभ उठाएं पाचन स्वास्थ्य के लिए - Gajar ke Labh for Digestion
इस कुरकुरी सब्जी में पर्याप्त मात्रा में आहार फाइबर शामिल है जो पाचन स्वास्थ्य को बनाये रखने में अत्यंत महत्वपर्ण भूमिका निभाता है। गाजर में उपस्थित फाइबर मल-त्याग क्रिया को नियमित एवं उत्तेजित तो करता ही है परंतु साथ ही में यह मल को पाचन तंत्र के माध्यम से आसानी से पारित करने के लिए भी मददगार है। इसके अलावा,यह आमाशय रस के स्राव को उत्तेजित करता है। -
गाजर का उपयोग लिवर रक्षा के लिए - Carrot for Liver
गाजर आपके लिवर की पर्यावरण रसायन के विषाक्त प्रभावों से रक्षा करती है। इसमें उच्च मात्रा में विटामिन ए पाया जाता है जो शरीर से विषाक्त पदार्थों के निकासी में एक अहम भूमिका निभाती है। इसके अतिरिक्त यह लिवर में पित्त एवं जमा हुए वसा (फैट) को कम करने में सहायक है। इसमें घुलनशील फाइबर भी अच्छी मात्रा में पाया जाता है जो मल-त्याग क्रिया को उत्तेजित कर आपके लिवर और कोलन को स्वच्छ रखने में मदद करता है।
नियमित रूप से गाजर का सेवन लिवर में जलन, सूजन व संक्रमण को कम करता है जिससे हेपेटाइटिस, सिरोसिस और पित्तस्थिरता जैसी लिवर समस्याओं से लिवर को संरक्षण मिलता है। -
गाजर और पालक के रस में भुना हुआ जीरा, काला नमक मिलाकर पीने से इसकी गुणवत्ता बढ़ जाती है। गाजर का रस हर प्रकार के ज्वर, दुर्बलता, नाड़ी सम्बन्धी रोग, अवसाद की अवस्था में लाभदायक है।
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सर्दी के मौसम में गाजर के सेवन से शरीर गर्म रहता है और सर्दी से बचाव होता है।
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गाजर में दूध के समान गुण हैं। गाजर का रस दूध से भी उत्तम है। दूध नहीं मिलने पर गाजर सेवन करके दूध के सारे गुण प्राप्त किये जा सकते हैं।
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गाजर के रस में शहद मिलाकर पीने से शक्ति बढ़ती है, शरीर की रोग प्रतिरक्षा प्रणाली यानि (immune system) मजबूत होता है| गाजर के रस में मिश्री व काली मिर्च मिलाकर पीने से खाँसी ठीक हो जाती है तथा ठंड से उत्पन्न कफ भी दूर होता है।
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घी में और खुले बर्तन में तेज आंच पर पकाने से विटामिन ए पूरी तरह नष्ट हो जाता है | तो अगर आप आँखों की रोशनी बढ़ाने के लिए गाजर का सेवन करना चाहते है तो काली गाजर का रस ही पियें |
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रक्तवर्धक—गाजर, पालक, चुकन्दर का मिश्रित रस एक-एक गिलास प्रतिदिन दो बार पीने से खून बढ़ता है।
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बाल झड़ना (Hair Fall)- गाजर, प्याज, हरे धनिया का सलाद प्रतिदिन खाने से बाल झड़ना बन्द हो जाते है। इस सलाद से फॉस्फोरस अधिक मिलता है, जो बालों का झड़ना रोकता है।
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गर्भपात की समस्या – एक गिलास दूध और एक गिलास गाजर का रस उबालें। उबलते हुए आधा रहने पर प्रतिदिन पीती रहें। गर्भपात नहीं होगा। जिनको बार-बार गर्भपात होता हो, वे गर्भधारण करते ही इसका सेवन आरम्भ कर दें।
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गाजर का रस 3 भाग, टमाटर का रस 2 भाग और चुकंदर का रस 1 भाग निकालकर आधा गिलास की मात्रा में निरंतर 15-20 दिन सेवन करने से चेहरे की झुर्रियां, झांई, दाग-धब्बे, कील-मुहांसे दूर होकर चेहरा सुंदर हो जाता है
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जिन स्त्रियों को कम दूध आने की समस्या है उन्हें गाजर के रस का सेवन करना चहिये |
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हड्डियों के रोगों में भी गाजर के फायदे होते है ,ऐसे व्यक्तियों को अपने खाने में गाजर जरूर लेनी चाहिए। गाजर से बॉडी में कैल्शियम की मात्रा बढ़ेगी तथा शरीर इस तरह मिलने वाले कैल्शियम को जल्दी ऑब्जर्ब करता है।
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अगर आप कॉपर, आयरन, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस और सल्फर वगैरह की टेबलेट या Supplement Powder लेते हैं, तो उससे बेहतर है कि इसे नेचुरल तरीके से प्राप्त करे और गाजर खाएं।
नि:सन्देह गाजर का रस सभी रोगों को ठीक करने में बहुत ही लाभकारी होता है फिर भी जुकाम, जीर्ण ज्वर, न्यूमोनिया, या तेज बुखार में गाजर के रस का सेवन नहीं करना चाहिए। इसका कारण यह है कि रोग होने के समय शरीर के अन्दर के विषैलें द्रव्य बाहर निकालते हैं। ऐसी अवस्था में गाजर का रस या कोई भी अन्य पेय पदार्थ या फिर कोई भी आहार इस प्रक्रिया में बाधा उत्पन्न करेगा लेकिन टान्सिलाइटिस, पेचिश, आंत की जलन, एनीमिया, पथरी, बवासीर, अल्सर और खून से सम्बंधित रोग आदि में गाजर का रस उपयोगी सिद्ध होता है।
गाजर से विभिन्न रोगों के घरेलु उपचार : Health Benefits of Carrots
1. नींद न आना (अनिद्रा):
- रोजाना 1 गिलास गाजर का रस पीने से अनिद्रा दूर हो जाती है।
- नींद न आने की स्थिति में रात को सोने से 30-40 मिनट पहले गाजर का रस पीने से लाभ मिलता है।
2. प्लीहा वृद्धि (तिल्ली): तिल्ली की वृद्धि को कम करने के लिए गाजर के अचार का सेवन करना लाभदायक होता है।
3. आधासीसी (माइग्रेन) अधकपारी: गाजर के पत्तों पर घी लगाकर इसे हल्का गर्म करके इसके बाद इसे पीसकर रस निकला लें तथा इस रस को बूंद-बूंद करके नाक में डालने से आधासीसी (माइग्रेन) का रोग दूर हो जाता है।
4. पेट के कीड़े:
- गाजर का रस 125 मिलीलीटर की मात्रा में रोज खाली पेट 14 दिन तक सेवन करने से पेट के कीड़ें मरकर मल के द्वारा बाहर निकल जाते हैं।
- कच्ची गाजर को 7 दिनों तक खाने से भी पेट के कीड़ों से छुटकारा मिलता है।
- गाजर का 125 मिलीलीटर रस को खाली पेट पीने से पेट के कीड़े मर जाते हैं।
- 1 कप गाजर का रस लगातार लगभग 15 दिनों तक पीने से पेट के कीड़ें मल के रास्ते बाहर हो जाते हैं।
5. नकसीर: 200 मिलीलीटर गाजर के रस और 50 मिलीलीटर पालक के रस को एक साथ मिलाकर पीने से नकसीर (नाक से खून बहना) रुक जाती है।
6. दिल का तेज धड़कना:
- हृदय की धड़कन का बढ़ना तथा रक्त गाढ़ा होने रोग को ठीक करने के लिए गाजर का सेवन करना लाभदायक होता है।
- गाजर का रस 200 मिलीलीटर मात्रा में प्रतिदिन पीने से हृदय की निर्बलता नष्ट होने से तेज धड़कन की समस्या का निवारण होता है।
7. चेहरे की झाई: गाजर को पीसकर उसका रस निचोड़ लें या उसका रस निकालकर उसमें चन्दन का बुरादा, गुलाब जल और बेसन को मिलाकर लेप बना लें। इसको चेहरे पर अच्छी तरह रगड़कर लगाने से चेहरे पर चमक आती है।
8. सिर का फोड़ा: गाजर को पीसकर सिर के फोड़ें पर लगाने से फोड़ा ठीक होने लगता है।
9. उच्चरक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर): गाजर के रस में शहद मिलाकर पीने से उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर) कम होता है और लाभ मिलता है।
10. त्वचा के रोग के लिए:
- 1 कप गाजर का रस रोज पीने से त्वचा के रोग ठीक होने लगते हैं।
- विटामिन ए की कमी से त्वचा सुखी पड़ जाती है। सर्दियों में त्वचा अधिक सूखी रहती है। सर्दियों में गाजर अधिक मात्रा में मिलती है। गाजर में विटामिन ए बहुत अधिक मात्रा में होता है। अत: गाजर खाने से त्वचा का सूखापन दूर हो जाता है।
- गाजर का रस पीने से मुंहासें साफ हो जाते हैं और चेहरा भी चमक उठता है।
- गाजर का रस कीटाणुनाशक है तथा यह संक्रमण को दूर करता है। उससे खून की उत्तेजना और बदबू दूर होती है। इससे शरीर का खून साफ हो जाता है जिससे फोड़े-फुन्सी और मुंहासें ठीक हो जाते हैं। चेहरा सुन्दर हो जाता है और रोगी के चेहरे का रंग गुलाब के फूल के समान हो जाता है। गाजर का रस चर्म (चमड़ी) के रोगों में बहुत ही लाभदायक होता है।
- रूई के फाये से गाजर के रस को गर्दन और चेहरे पर लगाकर थोड़ी देर सूखने दें और फिर ठण्डे पानी से धो लें। इससे त्वचा साफ और चमकदार हो जाएगी।
- गाजर का रस और पालक के रस को एक साथ मिलाकर 2 चम्मच शहद के साथ मिलाकर पीने से त्वचा के सारे रोगों में लाभ मिलता है।
- 20-20 मिलीलीटर गाजर का रस, टमाटर का रस और चुकन्दर का रस को एक साथ मिलाकर लगातार 2 महीने तक रोजाना पीने से चेहरे की झाईयां, दाद, दाग और मुंहासें मिट जाते हैं और चेहरा बिल्कुल साफ और चमकदार हो जाता है।
11. हृदय की दुर्बलता:
- गाजर का ठण्डा मुरब्बा सेवन करने से अधिक गर्मी के कारण बढ़ी हुई धड़कन सामान्य हो जाती है।
- प्रतिदिन 250 मिलीलीटर मात्रा में गाजर का रस पीने से हृदय की दुर्बलता नष्ट हो जाती है।
- रात में गाजर को भूनकर छील लें तथा खुलें में रख दें। सुबह इसमें शक्कर और गुलाबजल मिलाकर खाने से बढ़ी हुई धड़कन सामान्य हो जाती है।
- 200 मिलीलीटर गाजर के रस में 100 मिलीलीटर पालक का रस मिलाकर पीने से हृदय के विभिन्न रोग ठीक हो जाते हैं।
12. हृदय रोग:1 कप गाजर का रस 40 दिन तक रोगी को पिलाने से हृदय रोग ठीक हो जाता है।
13. निम्न रक्तचाप (निम्न ब्लड प्रेशर):
- गाजर खाने व गाजर का रस पीने से भी निम्न रक्तचाप में लाभ होता है।
- गाजर का रस 100 मिलीलीटर और पालक का रस मिलीलीटर ग्राम मिलाकर प्रतिदिन पीने से निम्न रक्तचाप (लो ब्लड प्रेशर) की शिकायत दूर होती है।
14. दाद:
- गाजर के टुकड़े करके उसे बारीक पीस लें। फिर इसमें सेंधा नमक डालकर सेंक लें और फिर गर्म-गर्म ही दाद लगाकर इस पर पट्टी बांध दें। इसकों बांधने से कुछ ही समय मे दाद से लाभ मिलता है।
- लगभग 180 मिलीलीटर गाजर का रस, 250 मिलीलीटर चुकन्दर का रस और 125 मिलीलीटर खीरा या ककड़ी के रस को मिलाकर पीने से दाद में लाभ होता है।
15. पीलिया:
- 250 मिलीलीटर गाजर के रस में 2-3 चम्मच शहद डालकर पीयें।
- पीलिया को ठीक करने के लिए गाजर प्राकृतिक औषधि के रूप में लाभकारी होती है। पीलिया से पीड़ित रोगी का उपचार करने के लिए गाजर का रस रोगी को प्रतिदिन सेवन कराने से लाभ मिलता है।
16. तुण्डिका शोथ (टांसिल): गाजर के रस में 2 चम्मच शहद या आधा चम्मच अदरक का रस मिलाकर पीने से टांसिल रोग ठीक हो जाता है।
17. शारीरिक सौन्दर्यता बढ़ाना: गाजर, कच्ची पत्तागोभी, टमाटर, ककड़ी, मूली आदि का सलाद भोजन के साथ खाने से शरीर की खूबसूरती बनी रहती है।
18. सिर का दर्द:
- गाजर के रस को गर्म करके दो बूंद कान में और दो-दो बूंद नाक के नथुनों में डालने से सिर का दर्द दूर हो जाता है।
- गाजर और चुकन्दर के रस में आधा नींबू निचोड़कर रात को सोते समय पीने से सिर का दर्द दूर हो जाता है।
- लगभग 200 मिलीलीटर गाजर का रस, 150 मिलीलीटर चुकन्दर का रस और 125 मिलीलीटर ककड़ी या खीरा के रस को पानी में मिलाकर पीने से सिर का दर्द खत्म हो जाता है।
19. चेहरे को साफ करना:
- आधा गिलास (लगभग 125 मिलीलीटर) गाजर का रस 15 से 20 दिन तक सुबह और शाम खाली पेट पीने से खून साफ हो जाता है और उसमें हेमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ जाती है जिसके फलस्वरूप चेहरा साफ हो जाता है।
- गाजर के रस से चेहरे को धोने से चेहरा साफ होता है। तेलीय त्वचा के लिए गाजर का रस बहुत ही लाभकारी होता है।
20. याददास्त कमजोर होना:
- 500 मिलीलीटर दूध में 125 मिलीलीटर गाजर का रस (जूस) मिलाकर सुबह बादाम खाने के बाद पीने से दिमागी कमजोरी दूर होती है जिसके फलस्वरूप याददाश्त भी बढ़ने लगती है।
- गाजर का हलवा 2 महीने तक लगातार खाने से याददास्त मजबूत होती है।
गाजर खाने के नुकसान:
अधिक मात्रा में गाजर खाने से पेट में दर्द हो रहा हो तो गुड़ खाना लाभकारी होता है। जिन व्यक्तियों के पेट में गैस बनने की शिकायत हो उन्हें गाजर का रस या गाजर को उबालकर उसका पानी पीने के लिए दें, इससे उन्हें लाभ मिलेगा। गाजर खाने के बाद तुरन्त कभी भी पानी नहीं पीना चाहिए और गाजर के बीच का पीला भाग नहीं खाना चाहिए क्योंकि इसे खाने से खांसी होती है।
- गाजर बीटा-कैरोटीन का एक बहुत ही अच्छा स्रोत है जो आपके शरीर में विटामिन ए की कमी की पूर्ति करता है परंतु यदि आप इसका सेवन बहुत ही अधिक मात्रा में करेंगे तो इससे आपके शरीर का रंग फीका पड़ सकता है।
- यदि आप उचित मात्रा में गाजर का सेवन करें तो इससे आपके पाचन स्वास्थ्य में सुधार आ सकता है तो वही दूसरी ओर अधिक मात्रा में इसका उपभोग करने से आपको गैस, दस्त, पेट-फूलना, पेट-दर्द आदि जैसी पाचन सम्बंधित विकारों से गुजरना पड़ सकता है।
- अधिक मात्रा में गाजर या फिर उसके जूस का सेवन करने से स्तन-दूध का स्वाद बदल जाता है है इसलिए स्तन-पान करा रही महिलाओं को इसका सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए।
- गाजर में चीनी का स्तर उच्च है, इसलिए यदि आप मधुमेह से ग्रस्त है तो गाजर का सेवन कच्चे रूप में ना करके उबाल कर करें।