शादी के बाद पत्नी कैसे बदलती है, जरा गौर कीजिए:
पहले साल: मैंने कहा जी खाना खा लीजिए, आपने काफी देर से कुछ खाया नहीं।
दूसरे साल: जी खाना तैयार है, लगा दूं?
तीसरे साल: खाना बन चुका है, जब खाना हो तब बता देना।
चौथे साल: खाना बनाकर रख दिया है, मैं बाजार जा रही हूं, खुद ही निकाल कर खा लेना।
पांचवे साल: मैं कहती हूं आज मुझ से खाना नहीं बनेगा, होटल से ले आओ।
छठे साल: जब देखो खाना, खाना और खाना, अभी सुबह ही तो खाया था।
शादी के बाद पति कैसे बदलते हैं, जरा गौर कीजिए:
पहले साल: जानू संभलकर उधर गड्ढा है।
दूसरे साल: अरे यार देख के उधर गड्ढा है।
तीसरे साल: दिखता नहीं उधर गड्ढा है।
चौथे साल: अंधी है क्या गड्ढा नहीं दिखता।
पांचवे साल: अरे उधर - किधर मरने जा रही है गड्ढा तो इधर है।
स्पेलिंग ने मरवा दिया!
संता: जल्दी से यहाँ एक एम्बुलेंस भेज दीजिये, मेरे दोस्त को एक गाडी ने टक्कर मार दी है। उसके नाक से और कान से खून बह रहा है। शायद उसकी टांग भी टूट गयी है।
ऑपरेटर: आप किस जगह पर हैं कृपया वो बता दीजिये।
संता: Connaght Place में।
ऑपरेटर: आप मुझे स्पेलिंग बता दीजिये?
आगे से कोई आवाज़ नहीं आई।
ऑपरेटर: सर क्या आप को मेरी आवाज़ आ रही है?
दूसरी तरफ से अभी भी कोई आवाज़ नहीं आई।
ऑपरेटर: सर प्लीज, जवाब दीजिये, क्या आप मुझे सुन रहे हैं?
संता: हाँ- हाँ माफ़ करना, मुझे Connaght Place के स्पेलिंग नहीं आते, इसलिए मैं उसे घसीट कर Minto Road पर ले आया हूँ। आप Minto Road के स्पेलिंग लिखो।
एक बार संता और बंता, किसी बियर बार में बियर पीने गये। जब वह पीने लगे तो बंता बोला, "लगता है बाहर बारिश हो रही है। तुम ऐसा करो घर जाकर जल्दी से छतरी ले आओ।"
संता गुर्राया: मुझे पता है मेरे जाने पर तुम मेरी सारी बियर पी जाओगे।
बंता ने उसे यकीन दिलाया कि वो उसकी बियर नहीं पियेगा। उसके हिस्से की बियर ज्यों की त्यों रखी रहेगी।
संता यह सुनकर मान गया और छतरी लेने चला गया।
जब रात गहराने लगी पर संता छतरी लेकर नहीं लौटा तो बंता ने सोचा शायद संता घर पर ही रुक गया है और अब नहीं आएगा। यही सोच कर उसने संता का बियर वाला गिलास उठाया ही था कि बार के एक कोने की छोटी सी खिड़की से तेज आवाज आई, "अगर पीओगे तो मैं छतरी लेने नहीं जाऊंगा।"
स्वर्ग नर्क!
एक बार संता और बंता समुद्र किनारे सैर कर रहे होते हैं, कि तभी अचानक बंता के दिमाग में एक सवाल आता है तो वह संता से पूछता है, "यार संता एक बात बता।"
संता: हाँ बोल।
बंता: जब हर आदमी को शादी करने के नुक्सान पता होते हैं, तो फिर भी वो शादी क्यों करता है?
संता: अरे वो इस लिए कि मरने के बाद अगर उसकी आत्मा स्वर्ग जाए तो वो अच्छा महसूस करे और अगर नर्क जाए तो उसे घर जैसा महसूस हो।
मरवा दिया संता ने!
एक बार संता, उसका एक जापानी और एक ब्रिटिश मित्र समंदर घूमने निकले लेकिन अचानक एक तूफ़ान की वजह से वे एक सुनसान टापू पर पहुँच जाते हैं। चलते-चलते उन्हें एक चिराग मिलता है। जापानी चिराग को घिसता है तो उसमें से एक जिन्न बाहर आता है। जिन्न कहता है कि मैं आप तीनों की एक-एक इच्छा पूरी करूँगा।
जापानी कहता है कि मैं अपने घर वापस जाना चाहता हूँ। जिन्न हाथ घुमाता है और वो घर पहुँच जाता है।
ब्रिटिश भी अपने घर जाने की इच्छा रखता है और वो भी घर पहुँच जाता है।
संता सोच में पड़ जाता है और अपनी इच्छा बताते हुए कहता है, "भई, उन दोनों के जाने से मैं तो अकेला पड़ गया, तुम ऐसा करो उन दोनों को वापस बुला लो।"
पत्नी की राजनीति!
संता लंगड़ाता हुआ जा रहा था और उसके कपड़े फटे हुए थे।
बंता ने पूछा: क्या हुआ भाई? यह हालत कैसे हुई तुम्हारी?
संता: क्या बताऊं यार, बीवी को मुझे पिटवाने की नई तरकीब सूझी थी।
बंता: कैसी तरकीब?
संता: बीवी ने मुझे झाड़ू खरीदने भेजा था, मैं वापिस आ रहा था, तो बीजेपी कार्यकर्ताओं ने मुझे 'आप' का कार्यकर्ता समझ लिया!
संता बाज़ार में दरी बेचने वाली दुकान पर गया और साथ पप्पू को भी ले गया।
संता: मुझे एक बढ़िया दरी चाहिए।
दुकानदार: जी ज़रूर।
दुकानदार ने तरह-तरह की दरियां दिखाई।
अंत में संता को एक दरी पसंद आ गयी।
संता: मुझे यह वाली पसंद है, मैं इसे अभी अपने साथ ले जाता हूँ। यदि यह कमरे में ठीक-ठीक आ गयी तो रख लूंगा नहीं तो वापिस भेज दूंगा।
दुकानदार ने विश्वास कर लिया और बोला: अगर आपने वापिस करनी है तो कल शाम तक वापिस भेज दीजियेगा।
इतने में पप्पू बोला: कोई दिक्कत नहीं अंकल, हमारे यहाँ पार्टी तो आज रात को है।
एक बार संता चेन्नई गया और वहां अपने तमिल दोस्त के घर जाकर ठहरा।
अगले दिन वह बाजार में खरीददारी के लिए अकेले ही चल पड़ा उसके मित्र ने कहा कि,"जब तुम खरीददारी करोगे तो जो भी सामान खरीदोगे उसकी कीमत जितनी दुकानदार कहेगा तुम उसे कहना कि इसका आधा दूंगा।"
संता बाजार में पहुँच गया उसने एक स्टीरियो कि कीमत पूछी तो दुकानवाले ने कहा, "2000 रूपए।"
संता ने कहा,"मैं 1000 रूपए दूंगा।"
दुकान वाले ने कहा, "साहब 1800 रूपए में दे सकता हूँ"।
इस पर संता ने कहा, "900 रूपए।"
दुकानदार ने कहा, "साहब बस अब लास्ट रेट 1500 रूपए लगेगा।"
संता ने कहा,"750 रूपए।"
इस पर दुकानदार ने चिढ़ कर कहा, "मैं आपको ये स्टीरियो मुफ्त में ही दे देता हूँ।"
संता ने कहा, "मैं इसे तभी मुफ्त में लूँगा अगर तुम इसके साथ और एक स्टीरियो दोगे।"
एक आदमी पेपर पढ़ रहा था जब उसकी बीवी ने उसके सिर पर जोर से फ्राईंग पैन दे मारा!
"यह किस लिए मारा", उस आदमी ने पूछा?
बीवी ने जवाब दिया,"आज तुम्हारी पैंट की जेब से एक कागज का टूकड़ा मिला उस पर 'जेन्नी' लिखा हुआ था इसलिए।"
"अरे पिछले हफ्ते मैं रेस कोर्स गया था और जिस घोड़ी पर मैंने पैसे लगाए थे उसका नाम 'जेन्नी' था", आदमी ने सफाई दी।
उसकी बीवी ने उससे माफी मांगी और वह अपना काम करने रसोई के अंदर चली गई।
तीन दिन बाद वह आदमी घर में टी.वी. देख रहा था जब उसकी बीवी ने और एक बड़े फ्राईंग पैन से उसके सिर पर इतने जोर से की वह बेहोश ही हो गया।
जब उस आदमी को होश आया उसने पूछा,"अब यह किस लिए मारा?"
"आज दिन में तुम्हारी घोड़ी का फोन आया था तुम्हारे बारे में पूछ रही था इसलिए", उसकी बीवी ने जवाब दिया।
एक लोहार काफी बूढ़ा हो गया था उसने सोचा कि उसे अपने साथ किसी आदमी को काम पर रख लेना चाहिए।
तब उसने संता को बुलाया और अपने साथ काम पर रख लिया संता उससे हर काम से पहले उसके बारे में पूछ लेता।
बूढ़ा काफी चिढ़चिढ़ा और सख्त स्वभाव का था उसने संता को कहा कि वह ज्यादा सवाल मत पूछा करे जो उसे कहा जाये उसे चुपचाप किया करे।
एक दिन लोहार ने जलती हुई भट्टी से लोहा निकाला और और सन्दान पर रख दिया उसने हथौड़ा उठाया और संता को पकड़ाया और कहा जब मैं अपना सिर हिलाऊँ तो इसे पूरे जोर से मार देना।
और बस तब से शहर के लोग किसी नए लोहार की तलाश में है।
एक बार संता अपनी बीवी के साथ जा रहा था।
रास्ते में उसे एक दोस्त मिला, जिसे पुलिस ने पकड़ा हुआ था।
संता ने उससे पूछा, "क्या हुआ?"
दोस्त: मैंने अपनी बीवी को मार डाला।
संता कुछ सोचते हुए बोला, "सज़ा क्या मिली है?"
दोस्त: 6 हफ्ते।
संता: बस 6 हफ्ते।
संता ने आव देखा ना ताव फटाफट पुलिस की पिस्टल ली और अपनी बीवी को मार डाला।
दोस्त रोते हुए बोला, "अबे साले तूने ये क्या किया?", पूरी बात तो सुनता 6 हफ्ते बाद मुझे फांसी दी जायेगी।
संता एक बार में जाता है और बार वाले से कहता है,"मुझे एक जोरदार पैग पिलाओ।"
बार वाला पैग लेकर आता है, संता पैग उठाता है और इसे इसे एक सांस में पी जाता है।
संता एक और पैग लाने के लिए कहता है वह भी जल्दी पी के रख देता है।
पांच, छह पैग पीने के बाद बार वाला सोचता है, कि अब वो उसे और शराब नहीं पिलाएगा, बार वाला संता से कहता है, "अरे आज क्या बात है? क्या बीवी से झगड़ा हुआ है या कुछ और?"
संता आह भरते हुए कहता है, "हाँ झगड़ा हुआ है और झगड़े के बाद मेरी बीवी ने कहा एक महीने तक उससे बात नहीं करनी।"
बार वाले ने कहा, "तो इसमें गलत क्या है?"
संता ने कहा, अरे आज बात न करने का आखिरी दिन है।
संता-बंता
उदास क्यों हो!
संता और बंता कई दिनों बाद मिले संता कुछ उदास सा लग रहा था और आँखों में आंसू थे, बंता ने पूछा, "अरे तुम तो ऐसे लग रहे हो जैसे तुम्हारा सब कुछ लुट गया हो क्या बात है?"
संता ने कहा, "अरे क्या बताऊँ तीन हफ्ते पहले मेरे अंकल गुजर गए और मेरे लिए 50 लाख रूपए छोड़ गए।"
बंता: तो इसमें बुरी बात क्या है?
संता ने कहा, "और सुनो दो हफ्ते पहले मेरा एक चचेरा भाई मर गया जिसे मैं जानता भी नहीं था वो मेरे लिए 20 लाख रूपए छोड़ गया।"
बंता ने कहा, "ये तो अच्छा हुआ।"
बंता ने कहा, "पिछले हफ्ते मेरे दादाजी नहीं रहे और वो मेरे लिए पूरा 1 करोड़ छोड़ गए।"
बंता ने कहा, "ये तो और भी अच्छी बात है पर तुम इतना उदास क्यों हो?
संता ने कहा, "इस हफ्ते कोई भी नहीं मरा।
एक दिन संता थका हारा डॉक्टर के पास आता है और डॉक्टर से कहता है डॉक्टर साहब मेरे पड़ोस में बहुत सारे कुत्ते है जो रात दिन भौंकते रहते है जिस कारण में एक घड़ी के लिए भी नहीं सो पाता।
डॉक्टर ने कहा इसमें कोई चिंता की बात नहीं है मैं तुम्हें कुछ नींद की गोलियां दे देता हूँ वे इतनी असरदार है कि तुम्हें पता ही नहीं चलेगा कि तुम्हारे पड़ोस में कोई कुत्ता है भी या नहीं। ये दवाइयाँ तुम ले जाओ और अपनी परेशानी दूर करो।
कुछ हफ्ते बाद संता वापस डॉक्टर के पास आया और पहले से ज्यादा परेशान लग रहा था और डॉक्टर से कहने लगा डॉक्टर साहब आपकी योजना ठीक नहीं थी अब तो मैं पहले से ज्यादा थक गया हूँ।
डॉक्टर मैं नहीं जानता कि ये कैसे हो गया पर जो दवाईयां दी थी वे नींद आने की सबसे बढ़िया गोलियां थी चलो फिर भी आज मैं तुम्हें उससे भी ज्यादा असरदार गोलियां देता हूँ।
संता: क्या ये सचमुच असर करेंगी पर मैं सारी रात कुतों को पकड़ने में लगा रहता हूँ और मुश्किल से अगर एक-आध को पकड़ भी लूँ तो उसके मुहं में गोली डालना बहुत मुश्किल हो जाता है।
एक बार बंता अपने दोस्त संता से मिलने उसके घर गया, वह दरवाजे से जैसे ही अन्दर घुसा वह यह देखकर हैरान हो गया कि संता अपने कुत्ते के साथ शतरंज खेल रहा है।
बंता उन दोनों को बड़ी हैरानी के साथ एकटक देखता रहा।
फिर बंता यह कहता हुआ आगे बड़ा कि,"मुझे अपनी आँखों पर यकीन नही हो रहा है कि तुम्हारा कुत्ता इतना होशियार है कि यह शतरंज भी खेलता है, मैंने आज तक किसी कुत्ते को शतरंज खेलते हुए नही देखा।"
संता: होशियार? क्या ख़ाक होशियार है ये, अब तक मैंने इसे पांच में से तीन गेम्स में हरा दिया है।
संता एक बार ऑस्ट्रेलिया गया था वहां सिडनी में एक बार में बैठा था तभी एक ऑस्ट्रेलियन आया और संता के साथ वाले स्टूल पर बैठ गया।
उसने संता की ओर मुखातिब होते हुए कहा,"चलो एक छोटा सा खेल खेलते है मैं तुमसे एक पहेली पूछता हूँ अगर तुम इसका जवाब दे पाए तो ड्रिंक मेरी ओर से और अगर जवाब नही दे पाए तो ड्रिंक तुम्हारी तरफ से।"
संता ने बड़ी ख़ुशी से कहा ठीक है।
ऑस्ट्रेलियन ने कहा,"मेरे माँ बाप के एक बच्चा था, वह न तो मेरा भाई था और न मेरी बहन थी तो ये फिर कौन था?"
संता अपने सिर को खुजलाने लगा और बहुत सोचने के बाद उसने उससे कहा,"मैं नही बता सकता तुम ही बताओ की वह कौन था?"
तब ऑस्ट्रेलियन ने कहा,"वह मैं था", और वह मजाकिया अंदाज में हंसने लगा, फिर संता ने ड्रिंक के पैसे चुकाए और वहां से चला गया।
अगले दिन संता वापस भारत आ गया रात में वह बार में बैठा था, तभी वहां बंता आ गया।
संता: अरे बंता आओ यहाँ बैठो चलो एक खेल खेलते हैं, मैं तुमसे एक पहेली पूछता हूँ अगर तुम इसका जवाब दे पाए तो ड्रिंक मेरी ओर से और अगर नही दे पाए तो ड्रिंक तुम्हारी तरफ से।
बंता ने कहा,"ठीक है।"
संता ने कहा,"मेरे माँ बाप के एक बच्चा था वह न तो मेरा भाई था और न मेरी बहन थी तो ये फिर कौन था?"
बंता ने थोड़ी देर सोचा और फिर कहा, "यार मुझे नही पता तुम ही बताओ वह कौन था?"
संता ने कहा,"वह एक ऑस्ट्रेलियन था, जो सिडनी में रहता है।"