गाजर के फायदे एवम उपयोग - Carrots Benefits and Side Effects 

गाजर सर्दियों के मौसम में मिलने सब्जी हैं। गाजर खाने के फायदे बहुत हैं, यह न सिर्फ खाने में मीठा होता हैं, बल्कि इसमें कैलोरी भी कम मात्रा में पाई जाती हैं। गाजर को आप कच्चा भी खा सकते हैं और इसे सूप, सलाद, सब्जी आदि में भी उपयोग कर सकते हैं। सर्दियों के मौसम में गाजर का हलवा भी बना कर खाया जाता हैं। गाजर का हलवा खा कर भी आपको कई सारे लाभ होते हैं।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों की माने तो गाजर स्वास्थ्य के लिए सर्वोत्तम आहार में से एक है। गाजर अनेक पौष्टिक गुणों से भरपूर है। इसमें विटामिन ए , सी, के और बी8, पैंटोथेनिक एसिड, फोलेट, पोटेशियम, लौह, तांबा और मैंगनीज जैसे और भी खनिज व विटामिन्स निहित है। गाजर को जो स्वास्थ्य के लिए अत्यंत उपयोगी बनाता है वो है इसमें उच्च मात्रा में मौजूद - फाइबर और बीटा-कैरोटीन। और अच्छी बात तो यह है कि गाजर पुरे वर्ष बाजार में आसानी से उपलब्ध होती है।

गाजर खाने से आप शरीर से गंदगी को भी साफ कर सकते हैं। गाजर को कच्चा या उबाल कर खाने से यह आपको सेहतमंद बनाये रखता हैं। इसके नियमित सेवन से बाल, स्किन, आँखे सभी शरीर के अंगो को स्वस्थ्य रखा जा सकता हैं। 

शरीर के अंगों का निर्माण खाद्य पदार्थों से प्राप्त होने वाले खनिजो और लवणों से होता है। हमारे शरीर की सफाई शरीर से निकलने वाले पसीने, मल, कफ से होती है। शरीर में खनिज नहीं पहुँचने से शरीर की सफाई पूरी तरह से नहीं होती है | सब्जियाँ जैसे गाजर, मूली, टमाटर ,नींबू (Lemon) से प्राप्त मिनरल रोग-निवारक और शारीरिक सुन्दरता बढ़ाने वाले होते है। (Alkaline) क्षारीय होने से गाजर रक्त साफ करती है। गाजर के गुण दूध तथा Cod liver oil और लाल पाम के तेल के गुणों के समान होते हैं। जो लोग Cod liver oil लेना नहीं चाहते हों, वे गाजर से समान लाभ ले सकते हैं। गाजर और सेब के गुण भी मिलते-जुलते हैं।

गाजर के दो वर्ग होते है – एशियाई और यूरोपियन। गाजर का रंग गुलाबी और बैंगनी होता है। बैंगनी गाजर को जिस समय छीला जाता है, उस समय उसका रंग हाथों पर उतर आता है। बैंगनी रंग की गाजर को ही भारतीय माना जाता है। यह गाजर आकार में छोटी व बड़ी दोनों ही प्रकार की होती है। पीले और गुलाबी रंग की गाजर की क़िस्में विदेशी होती हैं। विदेशी गाजरों का आकार छोटा होता है।

  • पूसा केसर- इस क़िस्म का विकास भारतीय कृषि ने किया है। यह गाजर रंग में केसरिया होती है। इसमें देशी और विदेशी दोनों ही क़िस्मों के दोनों ही गुण होते हैं, क्योंकि इसका विकल्प इन दोनों किस्मों के मेलजोल से उत्पन्न किया गया है।
  • हाफ़ लौंग नैण्टेज और कोर लैंस गाजर की ये क़िस्में यूरोपियन हैं। ये आकार में ठूंठदार, बेलनाकार, स्वाद में मीठी तथा रंग में नारंगी होती हैं। भारत में इसका प्रचलन बहुत अधिक है।
  • कैनटैनी- इस क़िस्म की गाजर का नीचे वाला भाग गोल होता है, यह सामान्य क़िस्मों से कुछ भिन्न होती है। इसका रंग गहरा नारंगी होता है |

 

गाजर का कैलोरी चार्ट –

भागमभाग की इस दुनिया मे, हर व्यक्ति कही ना कही, एक कैलकुलेशन लेकर चलता है जोकि, शरीर के लिये भी बहुत जरुरी है . डॉक्टर भी सबसे पहले कैलोरी चार्ट बना कर देते है जिससे, शारीरिक संतुलन बराबर चले . किसी भी चीज़ की ना तो कमी हो, ना ही अति हो . उसी तरह गाजर का कैलोरी चार्ट, नीचे दिया गया है .

 

गाजर की मात्रा : 100 ग्राम

नुट्रीशियन   अमाउंट
  बेसिक कंपोनेंट्स  
प्रोटीन   .10 gm
वाटर   4.7gm
  कैलोरीज  
टोटल कैलोरीज   40
  कार्बोहाइड्रेट  
टोटल कार्बोहाइड्रेट   12 g
शुगर   4.5 g
  फैट एंड फैटी एसिड्स  
टोटल फैट   49g
  विटामिन्स  
विटामिन्स A   330%
विटामिन्स C   10%
विटामिन्स B6   6%
  मिनरल्स  
कैल्शियम   5%
आयरन   2 %
मैग्नीशियम   5%
फॉस्फोरस   1%

 

गाजर खाने के फायदे :-

  • कैंसर से बचाए
    गाजर को खा कर आप कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी होने से बचे रहते हैं। गाजर में बीटा कैरोटीन पाया जाता हैं जो कैंसर के खतरे को कम करता हैं। बीटा-कैरोटीन को खास तरह का कैरोटीनोइड माना जाता हैं जो प्रोस्टेट, कोलोन और ब्रेस्ट कैंसर से लड़ने में कारगर हैं। गाजर को नियमित खाने वाले लोगो में आंतो का कैंसर होने का खतरा 24% तक हो जाता हैं। गाजर के सेवन से ल्यूकेमिया (ब्लड कैंसर) और पेट के कैंसर होने से बचा जा सकता हैं। इसको खाने से खून में कैंसर सेल विकसित नहीं हो पाते हैं। गाजर को खाने से अल्सर जैसी बीमारी में भी लाभ मिलता हैं।
  • गाजर के फायदे स्वस्थ आँखों के लिए 
    गाजर के सबसे उत्तम स्वास्थ्य गुणों में से एक है- स्वस्थ दृष्टि। गाजर में विटामिन ए की उच्च मात्रा पाई जाती है जिसका आँखों के स्वास्थ्य से सीधा एवं सकरात्मक संबंध है। इसके अलावा, गाजर में उपस्थित बीटा कैरोटीन मोतियाबिंद और उम्र से संबंधित मोतियाबिंद के खिलाफ आँखों को रक्षा करता है।
    तो आज ही से गाजर खाना आरम्भ करें और अपने आँख के स्वास्थ्य में सकारात्मक प्रभाव महसूस करें।
  • दिल के लिए फायदेमंद
    गाजर में Carotenoid पाया जाता हैं जो दिल के मरीजों के लिए फायदेमंद होता हैं। गाजर को खाने से कोलेस्ट्रॉल का लेवल कम किया जा सकता हैं। ऐसा माना गया ही की हफ्ते में 6 गाजर खाने से दिल की बीमारी नहीं होती हैं। दिल की कमजोरी और हार्ट बीट के बढ़ जाने पर गाजर को भूनकर खाने से फायदा होता हैं।
  • गाजर खाने के फायदे लाएं मौखिक स्वास्थ्य में सुधार
    गाजर आपके मौखिक स्वास्थ्य के लिए बहुत ही फायदेमंद है। इस स्वास्थ्य-वर्धक एवं स्वादिष्ट सब्ज़ी को चबाकर कर खाने से दाँत की मैल एवं उसमें फसे भोजन के कण दूर हो जाते हैं जो आपके दांत व मसूड़ों को साफ रखने में मदद करते हैं।
    इसके अलावा, गाजर सलाइवा (लार) के उत्पादन को उत्तेजित करते हैं और स्वाभाविक रूप से क्षारीय होने की वजह से मुंह में एसिड के प्रभाव को संतुलित करते हैं। इसका क्षारीय प्रभाव मुंह में बैक्टीरिया के विकास पर भी रोक लगाता है जो कैविटी, मुंह से दुर्गंध और अन्य मौखिक स्वास्थ्य समस्याओं को दूर रखता है।

    गाजर विटामिन सी  का भी एक प्रचुर स्रोत है जो योजी-तंतु (connective tissues), दांत व मसूड़े के स्वास्थ्य को सुनिश्चित करता है।

  • बच्चो के लिए फायदेमंद
    छोटे बच्चे के जब नए दातं निकलने लगते हैं, उस समय उन्हें गाजर का जूस जरूर पिलाते रहे। इससे दांत आसानी से निकल जाते हैं और बच्चें को दूध भी आसानी से हजम होने लगेगा। बच्चा जब चलने लायक होने लगे तो उसे गाजर के जूस में संतरे का जूस मिक्स करके पिलाना चाहिए। इससे बच्चा शक्तिशाली बनता हैं और जल्दी से चलने लगता हैं। गाजर का जूस हमेशा ताज़े गाजरों से बनाना चाहिए और इसे दोपहर के समय पिलाना चाहिए। खाना खाने के बाद गाजर का जूस नहीं पीना चाहिए, इसी प्रकार गाजर का जूस पीने के तुरंत बाद खाना भी नहीं खाना चाहिए।

  • आँखों के लिए फायदेमंद
    गाजर विटामिन और न्यूट्रीएंट्स से भरपूर मात्रा में पाया जाता हैं। गाजर को आँखों के लिए बहुत ही लाभकारी माना जाता हैं। गाजर में बीटा कैरोटीन पाया जाता हैं जो लीवर के द्वारा विटामिन ए में परिवर्तित हो जाता हैं। विटामिन ए रेटिना के अंदर ट्रांसफॉर्म होता हैं, इस बैंगनी से दिखने वाले पिगमेंट में इतनी पॉवर होती हैं की यह रतोंधी जैसे आँखों को होने वाले रोगों से आपकी रक्षा करता हैं। बीटा कैरोटीन को विटामिन ए का सबसे बेहतरीन रूप माना जाता हैं। आँखों में किसी भी प्रकार का रोग होने पर कच्चा गाजर या उसका जूस को पीने से आँखों की रोशिनी बढ़ती हैं और आँखों की बीमारियाँ दूर होती हैं। इससे चश्मे का नम्बर भी कम किया जा सकता हैं।

  • वीर्य की गुणवत्ता सुधारे
    गाजर को खाने से वीर्य की वृद्धि होती हैं। यह वीर्यवर्धक माना जाता हैं, इसके सेवन से स्पर्म की क्वालिटी में सुधार होता हैं। अगर आप पिता बनना चाहते हैं तो कच्ची गाजर को खाना प्रारम्भ कर दीजिये।

  • यौन दुर्बलता दूर करे
    गाजर में विटामिन ई पाया जाता हैं जो सेक्स पॉवर बढ़ाने में लाभदायक माना गया हैं। आयुर्वेद गाजर को यौन शक्तिवर्धक टॉनिक मानता हैं। गाजर और मुली के रस को समान मात्रा में मिला कर पीने से लिंग की कमजोरी दूर होती हैं। कम स्पर्म और यौन दुर्बलता के शिकार व्यक्तियों को गाजर प्रकृति का दिया हुआ वरदान हैं। गाजर पाक की खीर कई दिनों तक खाने से शारीरिक यौन शक्ति बढ़ती हैं। शहद में बनाया गया गाजर का मुरब्बा खाने से सेक्स पॉवर को बढ़ाया जा सकता हैं। गाजर का जूस पुरुषो को जरूर पीना चाहिए, यह उनके कामशक्ति और सेक्स लाइफ को बेहतर बनाने में मदद करता हैं। गाजर का हलवा भी खाना अच्छा रहेगा। एक्सपर्ट्स का मानना पुरुषो को हफ्ते में 2 दिन गाजर का सेवन जरूर करना चाहिए।

  • गठिया में फायदेमंद
    गठिया की बीमारी से बचने के लिए हर दिन आपको 1 गाजर जरूर खाना चाहिए। इससे हड्डियाँ मजबूत बनती हैं।

  • गाजर खाने के लाभ निखारें त्वचा को 
    एंटी-ऑक्सीडेंट और विटामिन ए का एक प्रचुर स्रोत होने की वजह से गाजर आपके त्वचा के निखार और स्वास्थ्य के लिए भी बहुत उपयोगी है। गाजर सूर्य की हानिकारक अल्ट्रावायलेट किरणों से त्वचा की रक्षा करती है और क्षतिग्रस्त त्वचा के ऊतकों के सुधार में भी मदद करती है।
    गर्मियों में गाजर का रस पीने से, गाजर त्वचा के लिए एक शक्तिशाली प्राकृतिक सूर्य ब्लॉक के रूप में कार्य करती है। यह त्वचा को नम रखती है और मुँहासे, रंजकता (pigmentation), धब्बे और असमान त्वचा टोन से त्वचा का बचाव करती है।
    इसके अलावा, गाजर त्वचा को स्वस्थ, चमकदार और जीवंत रखने के लिए भी उपयोगी है। त्वचा को एक नया निखार देने के लिए, आप गाजर से चेहरे के लिए एक सरल और आसान सा मास्क बना सकते हैं। थोड़े से शहद में दो बड़े चम्मच कसे हुए गाजर को मिक्स करें और चेहरे और गर्दन के क्षेत्र पर लगाएं। मास्क के अच्छी तरह से सूखने पर इसे गर्म पानी से अच्छे से धो लें।

  • गाजर से लाभ उठाएं पाचन स्वास्थ्य के लिए 
    इस कुरकुरी सब्जी में पर्याप्त मात्रा में आहार फाइबर शामिल है जो पाचन स्वास्थ्य को बनाये रखने में अत्यंत महत्वपर्ण भूमिका निभाता है। गाजर में उपस्थित फाइबर मल-त्याग क्रिया को नियमित एवं उत्तेजित तो करता ही है परंतु साथ ही में यह मल को पाचन तंत्र के माध्यम से आसानी से पारित करने के लिए भी मददगार है। इसके अलावा,यह आमाशय रस के स्राव को उत्तेजित करता है।

  • गाजर का उपयोग लिवर रक्षा के लिए 
    गाजर आपके लिवर की पर्यावरण रसायन के विषाक्त प्रभावों से रक्षा करती है। इसमें उच्च मात्रा में विटामिन ए पाया जाता है जो शरीर से विषाक्त पदार्थों के निकासी में एक अहम भूमिका निभाती है। इसके अतिरिक्त यह लिवर में पित्त एवं जमा हुए वसा (फैट) को कम करने में सहायक है। इसमें घुलनशील फाइबर भी अच्छी मात्रा में पाया जाता है जो मल-त्याग क्रिया को उत्तेजित कर आपके लिवर और कोलन को स्वच्छ रखने में मदद करता है।
    नियमित रूप से गाजर का सेवन लिवर में जलन, सूजन व संक्रमण को कम करता है जिससे हेपेटाइटिस, सिरोसिस और पित्तस्थिरता जैसी लिवर समस्याओं से लिवर को संरक्षण मिलता है।

  • एनीमिया दूर करे
    पीरियड के दौरान महिलाओं में खून की कमी से एनीमिया की बीमारी हो जाती हैं। गाजर में आयरन प्रचुर मात्रा में पाया जाता हैं। इसलिए महिलाओं को पीरियड्स के दौरान गाजर खाने की सलाह दी जाती हैं। गाजर में विटामिन ई पाया जाता हैं जो नया खून जल्दी से बनाने में मदद करता हैं। गाजर के सेवन से खून में बढ़ोतरी होती हैं। इसलिए खून की कमी दूर करने और एनीमिया की बीमारी में गाजर को जरूर खाना चाहिए, आप चाहते तो गाजर का जूस भी पी सकते हैं।

  • पीलिया में फायदेमंद
    पीलिया की बीमारी होने पर गाजर का सेवन करना फायदेमंद होता हैं। इसे पीलिया की नेचुरल उपचार भी माना जाता हैं।

  • महिलाओं के पीरियड्स में फायदेमंद
    गाजर बीटा कैरोटीन से भरपूर होती हैं, पीरियड्स के दौरान बीटा कैरोटीन वाली चीजों को खाने से हैवी ब्लड फ्लो को कम किया जा सकता हैं। गाजर को चबा कर खाने से पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द को कम किया जा सकता हैं। अगर दर्द बहुत ज्यादा हो तो आप दिन में 1 से 2 गिलास गाजर का जूस भी पी सकती हैं। गाजर के सेवन से पीरियड के समय होने वाला चिडचिडापन दूर होता हैं और आपका मूड सही रहता हैं।
    पीरियड्स कम आने या सही समय पर न आने पर गाजर के 5 ग्राम बीजो को 20 ग्राम गुड़ के साथ काढ़ा बना कर लेने से फायदा होता हैं।

  • कब्ज़ दूर करे
    गाजर में फाइबर प्रचुर मात्रा में पाया जाता हैं। इसलिए इसे कच्चा खाने से पेट सही रहता हैं और कब्ज़ की समस्या दूर होती हैं। इसके सेवन से पेट अच्छी तरह से साफ हो जाता हैं। आपको बता दे की कब्ज़ शरीर में कई सारी बिमारियों को पैदा करने वाला माना गया हैं, इसे दूर करने में ही हमारी भलाई हैं।

  • गाजर के फायदे करें मधुमेह को नियंत्रित
    गाजर में भले ही उच्च चीनी सामग्री पायी जाती है, लेकिन यह अभी भी जो लोग मधुमेह रोगी है, उनके लिए एक स्वस्थ विकल्प है, क्योंकि गाजर में उपस्थित प्राकृतिक चीनी शरीर द्वारा आसानी से ग्रहण किया जा सकता है। हालांकि गाजर एक अपेक्षाकृत उच्च ग्लाइसेमिक सूचकांक हैं, परंतु इसका ग्लाइसेमिक लोड बहुत ही कम है।
    इसके अलावा, गाजर में निहित कैरोटेनॉयड्स रक्त-शर्करा के स्तर को नियंत्रित कर उसे कम करने में मदद करते हैं। यह इन्सुलिन प्रतिरोध को भी प्रभावित कर मधुमेह रोगियों को मधुमेह से लड़ने में मदद करते हैं। गाजर में मौजूद महत्वपूर्ण जैविक क्षारीय तत्व रक्त शर्करा के स्तर को संतुलित करने में मददगार हैं। 
    स्वस्थ जीवन जीने के लिए मधुमेह से पीड़ित लोग, रोजाना एक कप पके हुए गाजर का सेवन कर सकते हैं।

  • बॉडी की इम्युनिटी बढ़ाये
    गाजर के सेवन से शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाया जा सकता हैं। गाजर का जूस पीने से बॉडी की इम्युनिटी बढ़ती हैं और आपको सर्दी-जुकाम, खांसी आदि से भी बचाता हैं। इसके सेवन से शरीर को कई सारी बीमारियों से सुरक्षा मिलती हैं।

  • घाव को जल्दी भरे
    गाजर में विटामिन K होता हैं जो चोट लगने पर खून के थक्के को जमने में सहायता करता हैं और खून का बहना बंद करता हैं। विटामिन K चोट को जल्दी से ठीक करने में कारगर हैं। गाजर खाने से खून भी जल्दी बनता हैं।

  • पेशाब खुल कर होता हैं
    गाजर का जूस पीने से पेशाब खुल कर होता हैं और रक्तशर्करा भी कम होती हैं। गाजर का हलवा खाने से पेशाब में कैल्शियम, फॉस्फोरस आना बंद हो जाता हैं। इसके अलावा गाजर का रस पीने से पेशाब की जलन भी दूर होती हैं।

  • पथरी में फायदेमंद
    पथरी होने पर गाजर का सेवन करना बहुत ही लाभकारी होता हैं। गाजर का जूस पीने से पथरी से निजात मिलती हैं। गाजर पाक और मुरब्बा खाने से शरीर पुष्ट बनता हैं।

  • दिमाग के लिए फायदेमंद
    गाजर का जूस नियमित पीने से दिमाग की कमजोरी दूर होती हैं। गाजर के रस या उबली हुयी गाजर को खाने से भूलने की बीमारी दूर होती हैं। इससे ब्रेन की मेमोरी पॉवर को बढ़ाया जा सकता हैं। इसके अलावा गाजर को खाने से मूड हैप्पी रहता हैं। गाजर के पत्तो के दोनों ओर घी लगा कर गर्म करने के बाद उसके पत्तो का रस निकाल कर 2-3 ग्राम नाक में डालने से माइग्रेन से होने वाले दर्द को कम किया जा सकता हैं।

  • खुजली और जल जाने पर
    गाजर को कद्दूकस करके नमक मिला कर खाने से खाज खुजली में लाभ होता हैं। 

  • खांसी और दमा में फायदेमंद
    गाजर गर्म होने के कारण कफ को निकालने में मदद करती हैं। इसका सेवन दमा के रोगियों के लिए भी फायदेमंद होता हैं। गाजर को उबाल कर खाने से या फिर इसका हलवा खाने से खांसी दूर होती हैं।

 

गाजर के नुकसान

चूँकि गाजर स्वादिष्ट होने के साथ-साथ एक बहुत ही उत्तम स्वास्थ्य-वर्धक आहार भी है, तो इसकी संभावना बहुत ज्यादा है कि आप इसका अत्यधिक सेवन कर लें। परंतु इसके अधिक सेवन से सावधान रहें क्योंकि इसका ज्यादा मात्रा में सेवन करने से आपको इसके कुछ दुष्प्रभावों का सामना भी करना पड़ सकता है जो कि निम्नलिखित है

  • गाजर बीटा-कैरोटीन का एक बहुत ही अच्छा स्रोत है जो आपके शरीर में विटामिन ए की कमी की पूर्ति करता है परंतु यदि आप इसका सेवन बहुत ही अधिक मात्रा में करेंगे तो इससे आपके शरीर का रंग फीका पड़ सकता है।
  • संभवतः आपको गाजर से एलर्जी हो सकती है।
  • गाजर में चीनी का स्तर उच्च है, इसलिए यदि आप मधुमेह से ग्रस्त है तो गाजर का सेवन कच्चे रूप में ना करके उबाल कर करें।
  • अधिक मात्रा में गाजर खाने से आपके शरीर द्वारा मैग्नीशियम, लौह, कैल्शियम, जिंक आदि खनिजों के अवशोषण पर असर पड़ सकता है।
  • यदि आप उचित मात्रा में गाजर का सेवन करें तो इससे आपके पाचन स्वास्थ्य में सुधार आ सकता है तो वही दूसरी ओर अधिक मात्रा में इसका उपभोग करने से आपको गैस, दस्त, पेट-फूलना, पेट-दर्द आदि जैसी पाचन सम्बंधित विकारों से गुजरना पड़ सकता है। 
  • अधिक मात्रा में गाजर या फिर उसके जूस का सेवन करने से स्तन-दूध का स्वाद बदल जाता है है इसलिए स्तन-पान करा रही महिलाओं को इसका सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए।

 

गाजर के उपयोग के तरीके 

  • एक ग्लास गाजर का जूस निकाल कर, प्रातः खाली पेट लेने से ,डाईजेशन से संबंधित समस्या दूर होती है, व वजन कम होता है .
  • आधी गाजर , दो टमाटर , दो पिस चुकुन्दर के इनको उबाल कर, सूप बनाकर सायंकाल ले . इससे आखों की रोशनी बढती है 
  • आधी गाजर को कद्दूकस कर के उसका जूस निकाल ले , उस जूस मे पपीते का एक चम्मच पल्प थोडा सा मिल्क मिला कर 15-20 मिनिट फेस पर लगाये और धोले 
  • चार चम्मच गाजर का जूस, एक पिंच दालचीनी पाउडर और आधी चम्मच शहद मिला कर 10 मिनिट फेस पर लगाये 
  • गाजर चार से पांच चम्मच जूस , दो चम्मच बेसन, एक पिंच हल्दी, चाहे तो दही भी मिक्स कर सकते है इसे हफ्ते मे, दो से तीन बार उपयोग करे.
  • भोजन के आधा घंटा पूर्व, एक गाजर का सेवन किसी भी रूप मे ,सलाद मे ले जो, कई बीमारियों के लिये फायदेमंद सिद्ध हुई है .

 

गाजर के रस के लाभ

  • गाजर और पालक के रस में भुना हुआ जीरा, काला नमक मिलाकर पीने से इसकी गुणवत्ता बढ़ जाती है। गाजर का रस हर प्रकार के ज्वर, दुर्बलता, नाड़ी सम्बन्धी रोग, अवसाद की अवस्था में लाभदायक है।
  • सर्दी के मौसम में गाजर के सेवन से शरीर गर्म रहता है और सर्दी से बचाव होता है।
  • गाजर में दूध के समान गुण हैं। गाजर का रस दूध से भी उत्तम है। दूध नहीं मिलने पर गाजर सेवन करके दूध के सारे गुण प्राप्त किये जा सकते हैं।
  • गाजर के रस में शहद मिलाकर पीने से शक्ति बढ़ती है, शरीर की रोग प्रतिरक्षा प्रणाली यानि (immune system) मजबूत होता है| गाजर के रस में मिश्री व काली मिर्च मिलाकर पीने से खाँसी ठीक हो जाती है तथा ठंड से उत्पन्न कफ भी दूर होता है।
  • गाजर के छोटे-छोटे टुकड़े 150 ग्राम, तीन टुकड़े लहसुन, पाँच लौंग लेकर सबकी चटनी बनाकर प्रतिदिन एक बार सुबह खाने से सर्दियों में होने वाली बीमारिया जैसे जुकाम, कफ आदि दूर रहते है |
  • गाजर के और आंवला के रस में काला नमक मिलाकर प्रतिदिन पियें। इससे पेशाब की जलन और अन्य बीमारियों से छुटकारा मिलेगा।
  • गाजर के हरे पत्तों से सब्जी बनती है। गाजर की सब्जी बनाते समय पानी नहीं फेंके क्योकि उसमे काफी पोषक तत्व होते है।
  • गाजर कद्दूकस करके दूध में उबालकर प्रतिदिन लें। यह बहुत पौष्टिक आहार होता है |
  • रक्तवर्धक—गाजर, पालक, चुकन्दर का मिश्रित रस एक-एक गिलास प्रतिदिन दो बार पीने से खून बढ़ता है।
  • नेत्र ज्योति कम होना-विटामिन ‘ए’ की कमी से नेत्रज्योति कमजोर होते-होते व्यक्ति अंधा भी हो सकता है। गाजर विटामिन ‘ए’ का भण्डार है। लम्बे समय तक गाजर और पालक का एक गिलास रस पीते रहने से चश्मा भी हट सकता है।
  • घी में और खुले बर्तन में तेज आंच पर पकाने से विटामिन ए पूरी तरह नष्ट हो जाता है | तो अगर आप आँखों की रोशनी बढ़ाने के लिए गाजर का सेवन करना चाहते है तो काली गाजर का रस ही पियें |
  • बाल झड़ना (Hair Fall)- गाजर, प्याज, हरे धनिया का सलाद प्रतिदिन खाने से बाल झड़ना बन्द हो जाते है। इस सलाद से फॉस्फोरस अधिक मिलता है, जो बालों का झड़ना रोकता है।
  • गर्भपात की समस्या – एक गिलास दूध और एक गिलास गाजर का रस उबालें। उबलते हुए आधा रहने पर प्रतिदिन पीती रहें। गर्भपात नहीं होगा। जिनको बार-बार गर्भपात होता हो, वे गर्भधारण करते ही इसका सेवन आरम्भ कर दें।
  • गाजर का रस 3 भाग, टमाटर का रस 2 भाग और चुकंदर का रस 1 भाग निकालकर आधा गिलास की मात्रा में निरंतर 15-20 दिन सेवन करने से चेहरे की झुर्रियां, झांई, दाग-धब्बे, कील-मुहांसे दूर होकर चेहरा सुंदर हो जाता है |

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