कोई इसकी भी सुन लो!

एक आदमी सड़क पर बेहोश हो गया। उसके इर्द-गिर्द भीड़ जमा हो गई, हर कोई उसे होश में लाने के लिए सलाहें देने लगा। भीड़ में से एक बुढ़िया बोली, "बेचारे को थोड़ी ब्रांडी दे दो।"

कोई बोला, "इसके मुंह पर पानी के छींटे मारो।"

"इसे ब्रांडी दो।" बुढिया फिर बोली।

"इसे पंखा करो।" कोई बोला।

"इसे ब्रांडी दो।" बुढिया बोली।

"इसे अस्पताल ले जाओ।" किसी ने कहा।

"इसे ब्रांडी दो।" बुढिया फिर बोली।

तभी बेहोश पड़ा आदमी उठकर बैठ गया और जोर से चिल्लाया, "आप सब लोग अपनी बकवास बंद कीजिये और उस बेचारी बुढिया की भी कोई सुन लो।"
शराबी   


ख़ुशी मिलती है!

एक आदमी ने एक वकील के ऑफिस में फ़ोन किया और वकील का नाम लेकर कहा कि मैं अपने वकील से बात करना चाहता हूँ।

रिसेप्शन वाले ने कहा, "जी माफ़ कीजिये, पिछले हफ्ते ही उनका देहांत हो गया।"

अगले दिन फिर से उस आदमी ने उसी तरह पूछा, "जी, क्या मैं अपने वकील के साथ बात कर सकता हूँ?"

रिसेप्शन वाले ने फिर से वही बात कही कि माफ़ कीजिये उनका पिछले हफ्ते देहांत हो गया।

अगले दिन फिर से उस आदमी ने फोन किया, "क्या मैं अपने वकील से बात कर सकता हूँ?"

रिसेप्शन वाले ने उस दिन दुखी होकर उसे पूछ ही लिया, "सर आज ये आपका तीसरा दिन है, लगातार मैं आपको बता रहा हूँ कि आपके वकील मर चुके हैं। आप फिर भी बार-बार फोन करके क्यों पूछ रहे हैं?"

उस आदमी ने बड़ी सहजता से जवाब दिया, "क्योंकि यह सुनकर मुझे बहुत ख़ुशी मिलती है कि अब मेरे पैसे बच जायेंगे।"


संता की उदासी का कारण!

संता बार में गया तो बार टेंडर ने उसे पूछा, "क्या लोगे आज?"

संता: बस एक बियर।


 

बात में दम है!

एक बार संता अपने ससुराल मिलने के लिए गया और ज़मीन पर बैठ गया।

सास: बेटा ज़मीन पर क्यों बैठे हो? ऊपर सोफे पर बैठ जाओ।

संता: नहीं मैं यहीं ठीक हूँ।

सास: इतना अच्छा सोफा है फिर भी नीचे क्यों बैठे हो?

संता: सोफे पर तो गरीब लोग बैठते हैं। मैं नीचे ज़मीन पर ही ठीक हूँ।

सास(हैरानी से): गरीब लोग, वो कैसे?

संता: सोफे की कीमत पच्चीस हज़ार रुपये और ज़मीन के प्लाट की कीमत पच्चीस लाख रुपये!
बार टेंडर: क्या हुआ? आज तुम कुछ ठीक नहीं लग रहे, इतने उदास क्यों हो?

संता: मेरा मेरी बीवी से झगड़ा हो गया था, उसने मुझे कहा कि वो एक महीने तक मुझसे बात नहीं करेगी।

बार टेंडर: फिर उसमे क्या दिक्कत है?


 

बहादुर संता!

एक बार संता और बंता दोनों मोटरसाइकिल पर जा रहे थे।
रास्ते में उनका एक्सीडेंट हो गया। दोनों को अस्प्ताल ले जाया गया।

डॉक्टर ने बंता की मरहम पट्टी की तो उसने बड़ी चीख़-पुकार मचाई।
सारा अस्प्ताल सिर पर उठा लिया।

जब संता की बारी आयी तो वो बड़े आराम से पट्टी बंधवाता रहा।

डॉक्टर बंता से: देखो यह कितना बहादुर इंसान है कितने आराम से पट्टी बंधवा ली।

इतने में संता बोला: नहीं डॉक्टर साहब, दरअसल इसकी चीखें सुनकर मैं इतना डर गया था
कि मैंने अपनी दूसरी टांग पर पट्टी बंधवा ली जो बिलकुल ठीक है!


अस्पतालों की सैर!

संता: मैं दुनियां के सारे अस्पतालों में हो कर आ चूका हूँ।

बंता: नहीं, तुम अभी तक एक अस्पताल में हो कर नहीं आए होगे।

संता: हो ही नहीं सकता, तुम उस अस्पताल का नाम बताओ।

बंता: जनाना अस्पताल।

संता: अरे यार, वहाँ तो मैं पैदा ही हुआ था।

संता: आज एक महीना पूरा हो गया।


अगली बार!

संता अपनी पत्नी जीतो और नवजात बच्चे को अस्पताल से घर लेकर आया।

जीतो ने संता से कहा कि,"बच्चे ने गिला कर दिया है इसका डाईपर बदल दो।"

संता: मैं अभी काम में व्यस्त हूँ मैं वादा करता हूँ कि अगली बार पक्का करूँगा।"

थोड़ी देर बाद जब बच्चे ने फिर गिला किया तो जीतो ने फिर से संता से कहा।

संता ने मासूमियत से जीतो की तरफ देखकर कहा,"मैंने यह नही कहा था कि अगला डाईपर मैंने तो यह कहा था कि जब अगला बच्चा होगा तब मैं पक्का करूँगा।"


10 लाख रूपए!

एक बैंक बिल्कुल जेल के सामने था एक दिन बैंक के सेफ का लॉक नही खुल रहा था बैंक वालों ने हर तरह कोशिश की मैकनिक बुलाये पर फिर भी वे सेफ का लॉक नही खोल पाए।

तब बैंक मैनेजर ने जेल में जाकर कैदियों से मदद मांगी एक कैदी सेफ का लॉक खोलने के लिए तैयार हो गया।

उसे पुलिस सुरक्षा में बाहर लाया गया और उसने थोड़ी ही देर में बिना किसी तोड़फोड़ के सेफ खोल दिया।

बैंक मैनेजर उसके उस कारनामे से बहुत खुश हुआ।

मैनेजर ने सेफ खोलने वाले कैदी से कहा, "मैं आपसे बहुत खुश हूँ, आपने बिना किसी क्षति के सेफ खोल दिया आप बताईये की इस काम के लिए हम आपको कितने रूपए दें।"

सेफ खोलने वाले कैदी ने कहा, "पिछली बार तो जब मैंने ऐसा ही एक सेफ खोला था तो मुझे 10 लाख रूपए मिले थे तभी तो मैं यहाँ हूँ।"


जाकर खा लो!

मुर्गियों के फार्म में एक बार निरीक्षण के लिए इंस्पेक्टर आया।

इंस्पेक्टर: तुम मुर्गियों को क्या खिलाते हो?

पहला मालिक: बाजरा।

इंस्पेक्टर: खराब खाना, इसे गिरफ्तार कर लो।

दूसरा: चावल।

इंस्पेक्टर: गलत खाना, इसे भी गिरफ्तार कर लो।

अब संता की बारी आई।

संता डरते-डरते बोला, "हम तो जी मुर्गियों को 5-5 रुपए दे देते हैं कि जो तुम्हारी मर्जी है जाकर खा लो।"


मैं सीख रहा हूँ!

एक बार एक गाँव में तीर-अंदाज़ी की प्रतियोगिता चल रही रही थी। 3 नकाबपोश आदमी उसमे भाग लेने के लिए आये।

पहले नकाबपोश ने तीर चलाया और तीरा लक्ष्य के ठीक बीचों-बीच जाकर लगा। आदमी ने अपना नक़ाब उतारा और बोला, "मैं रॉबिन हुड हूँ।"

लोगों ने खूब तलिया बजायी और उसका स्वागत किया।

फिर दूसरे नकाबपोश ने तीर चलाया तो तीर लक्ष्य के बीच लगे रॉबिन हुड के तीर को चीरता हुआ चला गया। उसने अपना नक़ाब उतार और बोला, "मैं विलियम टेल हूँ।"

अब तीसरे आदमी ने तीर चलाया तो तीर लक्ष्य से बहुत दूर जाकर गिरा। आदमी ने अपना नक़ाब उतारा तो संता था। सभी लोग उसे घूर-घूर कर देख रहे थे तो संता बोला, "माफ़ करना दोस्तो मैं सीख रहा हूँ।"


Devar ke dair se aane par bhabi boli
'yeh ghar aane ka waqt h'
Jaldi mujhe safai do aur sach sach btana
kitni gf h tumhari devar ji
devar shanti se: bhabi tum ek baat pehle pakki karlo
ki safai chaye ya sach baat


Devar ji: aaj tumhe dekhkar yasudas ki yaad aa jati h.
kyu? Kya mein uske jaisa lagta hu ya gaata hu.
nahi-nahi.
phir?
dekho jab unka gala khrabh hota h to
weh bhi vicks hi chusta h aur
tum bhi gala kharab hone par vicks chuste ho


Devar: kal maine apni patni ko bahut pareshan kiya
bhabi: kaise
devar: kal maine use ek nayi saari di
aur fir ghar ke saare seeshe chupa diye.


Devar – Babhi daanto ke doctor ke pass gaye.

Devar bola: mein ek daant ukhadwana chahta hu aap sunn n kare,
aise hi nikal de.

doctor bahaduri se parbhavit ho utha aur bola.

Aap badhe himmat wale lagte h, kaun sa daant h

Devar piche mudkar Bhabi se bola, chalo aage hokar daant dikha do…


Sunki Devar deewar se kaan lagakar kuch sun rahe the,

tabhi Bhabi aayi, tum kya sunn rahe ho?

Devar bole, tum bhi sun lo.

Bhabi: kaafi dair baad tak sunti rahi,

phir boli, mujhe to kuch sunai nahi de raha h.

Devar bola: mujhe bhi teen mahine se kuch sunai nahi de raha h


Devar: kal raat aapke kuto ne bhok-bhok ka itna shor kiya
ki meri Bhabi apne gaane ki practice bhi nahi kar payi.
Padosi: Isme kuto ka kya dosh,
shurwat to aapki patni ne hi ki thi.


Bhabi : waha khadi weh Ladki,
hum logo ki taraf ishare ku kar rahi h,
Devar: chup, itni jor se mat bolo,
mein kal use samjha dunga ki tum kaun ho


Devar soo rahe the ki ghar mein chor aa gaye
Bhabi ne Devar ko Unke kamre mein jakar jagaya to devar chilaye,
"are koi mard ka bacha h to na bhage"
yeh sunkar Bhabi boli, 'tum bhi to mard ke bache ho?'
devar ne kaha, khoob yaad dilayi, aacha lao chadar lakar udha do


Devar - Babhi daanto ke doctor ke pass gaye.
Devar bola: mein ek daant ukhadwana chahta hu aap sunn n kare,
aise hi nikal de.
doctor bahaduri se parbhavit ho utha aur bola.
Aap badhe himmat wale lagte h, kaun sa daant h
Devar piche mudkar Bhabi se bola, chalo aage hokar daant dikha do


Devar stool par khade the aur deewar par rang kar rahe the
itne mein unki Babhi ji aayi aur kehne lagi
devar ji sunte ho maine kaha brush ko majbooti se pakad lo
mein yeh stool dusre room mein lekar ja rahi hu.


जज (गवाह से )- जब इस स्त्री की अपने पति के साथ लड़ाई हुई तब तुम कहा मौजूद थे ?

गवाह ( जज से )- हुजूर , में लड़ाई के वक्त वहां खड़ा था |

जज - अच्छा , तो तुम गवाह की हैसियत से कुछ कहना चाहते हो ?

गवाह - हुजूर , यही कि मैं कभी शादी नहीं करूंगा |


पति -( पत्नी से बोला ) आज सुबह न मालूम किसका मुंह देखकर उठा था कि दिन का खाना नसीब नहीं हुआ ?

पत्नी बोली - मेरी मानो , बेडरुम में लगे आइने को हटा दो , वरना रोजाना यही शिकायत रहेगी |


रमेश- मुझे लगता है मेरी पत्नि मेरे साथ बेवफई कर रही है |
अमित- कैसे ?
रमेश - कल रात वह देर से घर लोटी मैने पूछा कहा गई थी तो उसने कहा नजमा के घर गई थी |
जब की नजमा के घर पर तो मे था |


अंजलि - सुनिए जी, मुझे एक नई साड़ी दिला दीजिए न प्लीज |

अनिल - लेकिन तुम्हारी अलमारी तो साड़ियों से भरी पड़ी हैं, फिर नई क्यों ?

अंजलि - वे सभी साड़ियां तो मोहल्ले वालों ने देख ली हैं |

अनिल - हम साड़ी क्यों खरीदें, मोहल्ला ही बदल लेते हैं


एक पत्नी ने अपने पति को याद दिलाया - अजी , सुनते हो क्या , अपने मेहमानों को कुछ ताजा चीज नहीं दोगे ?

पति ( तपाक से ) - क्यों नहीं , सामने की खिड़की खोल दो , उसमें से हमेशा ताजा हवा आती हैं |


पत्नी ने अपने पति से कहा - प्यारे ! मैं तुम्हें छोडकर जा रही हूं |
मेरी तुमसे बस एक ही प्रार्थना है |
अगर तुम दूसरी शादी करो तो तुम अपनी नई दुल्हन को मेरे कपडे पहनने के लिए न देना |
पति ने प्रेम भरे स्वर में कहा- मैं तुम्हारी इच्छा का आसर करूंगा और वैसे भी तुम्हारे कपडे कविता के ठीक भी तो नहीं आएंगे |


बाजार में पत्नी ने साडी , साबुन , तेल शैम्पू , क्रीम , सेंट , पाउडर आदि

खरीद -खरीद कर पति की जेब खाली कर दी और कर्ज चढा दिया |

घर आते समय पति को मनाने के लिए पत्नी ने कहा - आज चन्द्रमा कितना खूबसूरत लग रहा हैं |

पति - पसंद आ गया तो उसे भी खरीद डालो |


एक अभिनेत्री (अपने लेखक पति से ) - याद रखो , अगर आज फिर शराब पीकर घर आए तो मैं खुदकुशी कर लूंगी |

पति - प्रिय ! तुम रोज सुबह यही बात कहती हो परन्तु न तो तुम अपना वादा पूरा करती हो और न मैं शराब पीना ही छोडता हूं |


आधी रात के समय पत्नी ने अपने पति को झिंझोडकर उठाते हुए कहा- अजी जल्दी उठो, घर में चोर घुस आया है और वह तुम्हारी जेब टटोल रहा है |

पति बोला - तो इसमें मुझे जगाने की क्या जरूरत है | यह तुम दोनों का आपसी मामला हैं |


वकील - तुम्हारी उंगली रेल के दरवाजे से दबकर कट गई औए इसके लिए तुम रेलवे पर पचास हजार रुपये हरजाने का दावा करना चाहती हों ?

स्त्री - जी हां |

वकील - लेकिन यह किस प्रकार साबित किया जाएगा कि तुम्हारी उंगली की कीमत पचास हजार रुपये थी ?

स्त्री - क्योंकि उस उंगली पर ही मैं अपने पति को नचाया करती थी |


पत्नी ने कहा - मैं तुमको सच्चा पारखी मानती हूं |

पति ने सुखद आश्चर्य से पूछा - वह क्यों ? आखिर तुमने मेरे बारे में ऐसी धारणा क्यों बनाई ?

पत्नी - मेरी ताई जी कहा करती थी - तुम जैसी गवांर को कोई काठ का उल्लू ही ब्याहेगा |


अपने वकील पति से पत्नी ने कहा - ए जी , फ्रिज और टी.वी कब लीजिएगा ? पडोसन के यहां दोनों चीजें हैं |

वकील पति - ने मुस्कराकर जवाब दिया - कुछ दिन और सब्र करो | एक तलाक का मुकदमा हाथ में हैं | जैसे ही उनका घर उजडेगा , अपना घर बस जाएगा |


दो दोस्त आपस में बातचीत करते हुए | पहला दोस्त - तुम्हें कैसे पता चला कि आने वाले पति-पत्नी है या प्रेमी -प्रेमिका ?

दूसरा दोस्त - जो चुपचाप खरीदारी करें वो प्रेमी- प्रेमिका है . और जो केवल मोल -तोल करते हुए झगडें -वे पति-पत्नी |


पत्नी ( रसोई से निकलते हुए ) - सुनिए , आजकल मैं बहुत खूबसूरत होती जा रही हूं |

पति - तुमने कैसे जाना ?

पत्नी - देखो न , आजकल मेरी सुंदरता को देखकर रोटियां भी जलने लगी है |


वीना (पति नरेन्द्र से ) - तुम रात भर बहुत बड़बड़ाते रहते हो , चलो किसी डॉक्टर से दवाई ले आओ

नरेन्द्र - डॉक्टर के पास जाने की जरूरत नहीं है | यदि तुम मुझे दिन में बोलने का अवसर दो तो यह बीमारी घर से अपने आप ही ठीक हो जाएगी |


तेज - तर्रार पत्नी ने पूछा - यदि तुम साडी पहनकर घर में रहो तो क्या होगा ? दब्बू पति - कुछ भी नहीं |
पत्नी ( आंखे गुर्राते हुए ) - क्यों ? पति - क्योंकि मैं घर के कपडे और बर्तन आज भी धोता हूं और तब भी धोऊंगा |


पति ने अपनी नवविवाहित पत्नी से कहा- पार्टनर मैं तुम्हारी हर खिदमत के लिए खुशी-खुशी तैयार हूं |

नवविवाहिता पत्नी तपाक से बोली- ठीक हैं , शुरुआत तुम्हारी चेक बुक से होगी |


पति-पत्नी के जगडे में पत्नी कुछ बढ-चढकर बोल गई | पति ने अपना अधिकार जताते हुए कहा - मैं कहता हूं , अपने शब्द वापस ले लो |

पत्नी बोली - नहीं लेती |

पति ने फिर गुस्से में कहा - आखिरी बार कहता हूं अपने शब्द वापस ले लो , मैं तुम्हें पांच मिनट का समय देता हूं |

पत्नी ने शांत भाव से पूछा - और अगर पांच मिनट के अंदर अपने शब्द वापस न लिए तो ?

पति ने कहा- अच्छा , तो तुम्हें कितना समय चाहिए ?




 

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